दुनिया के अजीबोगरीब रंग

जब राम ने किया अपने आराध्य शंकर से युद्ध

रावण का वध कर राम, लक्ष्मण और सीता का वापस अयोध्या लौट आना रामायण का अंत नहीं था। वनवास के बाद अयोध्या आने के बाद भी घटनाएं उतनी ही तेज गति से घटित हुईं जितनी तेजी से पहले होती थीं। इन्हीं में से एक था राम और महादेव के बीच हुआ भयंकर युद्ध। आखिर क्या कारण था जो राम को अपने आराध्य के साथ ही युद्ध करना पड़ा?


अंगों के फड़कन से कैसे जानें भविष्य?

अंगों के फड़कन से कैसे जानें भविष्य?इंसान का शरीर बेहद संवेदनशील होता है और उसके पास ऐसी ताकत है जो होने वाली घटना को पहले ही भांप ले। हो सकता है आपको यकीन ना हो लेकिन समुद्र शास्त्र की सहायता से आप इंसान के फड़कते हुए अंगों को जानकर उसके साथ भविष्य में होने वाली घटना का काफी हद तक पूर्वानुमान लगा सकते हैं।

पूजा के लिए क्यों जलाते हैं घी का दीपक?
ईश्वर को किसी प्रकार का प्रलोभन ना तो रिझा सकता है और ना ही उसे किसी प्रकार के आडंबरों की आवश्यकता होती है। लेकिन फिर भी हिन्दू धर्म में ईश्वर की आराधना करने से पहले कई प्रकार की तैयारियां करने की परंपरा है, जिनमें से एक है पूजा स्थल पर घी का दीपक जलाना। क्या आप जानते हैं घी का दीपक क्यों प्रज्वलित किया जाता है।

पैरों की बनावट से लगाएं स्वभाव का अनुमान

मनुष्य शरीर वाकई अद्भुत है। यह आपके विषय में इतना कुछ कहता और जानता है जिसके बारे में आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते। आपकी आंखें, आपकी नाक, आपके शरीर का एक-एक अंग आपके व्यक्तित्व के राज खोलता है। इसी कड़ी में शामिल हैं आपके पैरों और अंगुलियों की बनावट जो बताती हैं आपके साथ भविष्य में क्या होने वाला है।


शिव ने गंगा को अपनी जटाओं में क्यों बांधा

शिव ने गंगा को अपनी जटाओं में क्यों बांधा

भागीरथी कहलानी वाली ‘गंगा नदी’ भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदियों में से एक है। यह मात्र एक जल स्रोत नहीं है, बल्कि भारतीय मान्यताओं में यह नदी पूजनीय है जिसे ‘गंगा मां’ अथवा ‘गंगा देवी’ के नाम से सम्मानित किया जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार गंगा पृथ्वी पर आने से पहले सुरलोक में रहती थी। तो क्या कारण था जो यह पवित्र नदी धरती पर आई और इसे यहां क�¥ �न लाया?



“शकुन” की हकीकत बताती हैं ये कथाएं

ऐसी कई बातें हैं जो मनुष्य को शकुन-अपशकुन के घेरे में 
डालती हैं। बिल्ली रास्ता काट जाए या फिर मंदिर का दीया
 अपने आप बुझ जाए तो व्यक्ति चिंता में पड़ जाता है। 
उसे लगता है कि उसका आने वाला समय ठीक नहीं है 
और वह उसका समाधान खोजना शुरू कर देता है। आप
 जानना चाहते हैं कब से शुरू हुआ शकुन-अपशकुन का 
यह सिलसिला?


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